पुतिन आज भारत में; 10 लाख को रूस में जॉब और एटमी डील संभव रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिनी यात्रा पर गुरुवार को भारत

0
Spread the love

ऐतिहासिक

  • 4 साल बाद आएंगे रूसी राष्ट्रपति, 8 लाख करोड़ का ट्रेड रोडमैप बनेगा

पहुंचेंगे। यात्रा को लेकर आशान्वित पुतिन ने कहा है कि भारत के साथ दोस्ती और विभिन्न सेक्टरों में साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के न्योते पर पुतिन नई दिल्ली में 23वें भारत-रूस सालाना समिट में हिस्सा लेंगे। इस बीच सूत्रों के अनुसार भारत-रूस परंपरागत रक्षा सौदों के अलावा इस बार भारत से 10 लाख स्किल्ड वर्कर्स को रूस में रोजगार देने के लिए मोबिलिटी पैक्ट होने की संभावना है। साथ ही दोनों देशों के बीच सिविल न्यूक्लियर डील हो सकती है। ये इसलिए भी अहम है कि भारत के अब तक जर्मनी और इजराइल के साथ ही मोबिलिटी पैक्ट हैं। सिविल न्यूक्लियर डील भी – अमेरिका और फ्रांस के साथ ही है। इस डील से छोटे न्यूक्लियर रिएक्टर की योजना को मजबूती मिलेगी।

पुतिन गुरुवार शाम को नई -दिल्ली पहुंचेंगे। पीएम मोदी ने लोक कल्याण मार्ग पर उनके लिए प्राइवेट डिनर रखा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रूसी रक्षामंत्री आंद्रे बेलोसोव भी बैठक करेंगे। शुक्रवार को दोपहर बाद प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन हैदराबाद हाउस में शिखर बैठक करेंगे। बता दें कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन 4 साल बाद भारत यात्रा पर आ रहे हैं।

नॉलेजः भारत-रूस दोस्ती… 70 साल से परखी हुई, डिफेंस डिप्लोमेसी आधार, एनर्जी नई एंट्री

भारत-रूस के बीच दोस्ती के तीन मजबूत स्तंभ हैं। इसके और मजबूत होने की संभावना है

  1. डिफेंसः अब भी भारत की तीनों सेनाओं के लगभग 70% हथियार, सैन्य साजोसामान रूसी हैं। फाइटर जेट, सबमरीन और सेना की असॉल्ट राइफलें रूस निर्मित हैं।
  2. कूटनीतिः 70 साल पुरानी दोस्ती है। समय के साथ परखी हुई। इंटरनेशनल फोरम ब्रिक्स, एससीओ, ईस्टर्न इकोनॉमिक कोऑपरेशन में भारत-रूस साझेदार देश हैं।
  3. एनर्जीः 2021 तक रूस से भारत अपनी जरूरत का 2% यानी 2 अरब डॉलर का कच्चा तेल खरीदता था। यूक्रेन युद्ध के बाद से 2025 के मई तक के आंकड़ों के अनुसार भारत अपनी जरूरत का लगभग 38% यानी 53 अरब डॉलर का कच्चा तेल खरीदता है।

पुतिन का ऑफरः एसयू-57 और एस-400 मिसाइल सिस्टम देंगे

एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टमः ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ अहम साबित हुआ। कुल पांच डिफेंस सिस्टम मिलने हैं। इनमें से 3 मिल चुके हैं। दो की सप्लाई और तेज होगी। एसयू-57: पांचवीं पीढ़ी का फाइटर जेट, पश्चिमी-पूर्वी सरहदों को सुरक्षित करेगा। पुतिन प्लानः रूस-चीन-भारत ट्रॉयका (तिकड़ी) अमेरिका से मुकाबले में बेहद मजबूत साबित होगी। प्रतिबंधों का सामना कर रहे पुतिन ये तिकड़ी जमाना चाहते हैं। यूक्रेन युद्धः पुतिन प्र यूरोप और नाटो यूक्रेन युद्ध समाप्त करने पर दबाव डाल रहा, पुतिन भारत का साथ चाह रहे हैं।

भारत को फायदाः ट्रम्प टैरिफ के बीच रूस नया ट्रेडिंग पार्टनर बनेगा

ट्रेड वॉल्यूम बढ़ेगाः अभी भारत-रूस ट्रेड करीब सवा 6 लाख करोड़ रु. का है। भारत रूस को 45 हजार करोड़ का निर्यात करता है जबकि रूस से पौने 6 लाख करोड़ का आयात करता है। रूस भारत से 18 हजार करोड़ के एग्री प्रोडक्ट खरीद सकता है। रोड मैपः पांच साल के भीतर ट्रेड को 8.5 लाख करोड़ रुपए से आगे ले जाने का लक्ष्य है। इसके लिए रोड मैप बनाया जाएगा। ट्रम्प टैरिफः ट्रम्प ने भारत पर 50% टैरिफ लगाया है। अब संभावना है कि रूस भारत का नया ट्रेड पार्टनर बन सकता है। चेन्नई-व्लादिवोस्तोक इंटरनेशनल कॉरिडोर से भारत को मध्य एशिया में एक्सेस मिलेगी।

पुतिन चैलेंज… यूरोप अगर रूस से युद्ध चाहता है तो हम तैयार

रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने चैलेंज दिया है कि यदि यूक्रेन के नाम पर यूरोप रूस से युद्ध लड़ना चाहता है तो हम तैयार हैं। उन्होंने कहा, रूस अपनी शर्तों पर युद्ध को रोकेगा, किसी के दबाव में नहीं। बता दें कि ब्रसेल्स में नाटो ने पुतिन पर यूक्रेन उन्माद का आरोप लगाया है। पुतिन ने मॉस्को में मंगलवार को ट्रम्प के दामाद जेरेड कुश्नर और ट्रम्प के सलाहकार स्टीव विटकॉफ से मुलाकात की। लेकिन यूक्रेन युद्ध की समाप्ति को लेकर सहमति नहीं बन पाई।

About The Author

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

हो सकता है आप चूक गए हों