अनाथ किसान यात्रा का समापन, 40 किमी दण्डवत कर 5 सूत्री मांगों को लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार लगाई
लक्ष्मणरैकवार
दमोह। जबेरा विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ों किसानों ने अपनी पक्की सड़क पर दण्डवत करते हुए करीब 40 किलोमीटर लंबी पैदल यात्रा पूरी कर आज दमोह कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपनी “अनाथ किसान दण्डवत यात्रा” का समापन किया। तीन दिन तक चले इस अनूठे प्रदर्शन में किसान खर्राधाम (खर्राघाट) से दण्डवत करते हुए चल रहे थे और आज दोपहर बाद दमोह पहुंचे।
किसानो ने बताया कि यह यात्रा इसलिए निकाली गई क्योंकि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने चुनाव के दौरान जो वादे किसानों से किए थे, वे आज तक पूरे नहीं हुए। किसान खुद को “अनाथ” महसूस कर रहे हैं, इसलिए यह नाम रखा गया।
किसानों ने पांच सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जिनमें धान का समर्थन मूल्य ₹3100 प्रति क्विंटल घोषित किया जाए (जो भाजपा के घोषणा-पत्र में था), मक्का का समर्थन मूल्य ₹2500 प्रति क्विंटल किया जाए (मुख्यमंत्री जी ने स्वयं कहा था), प्रदेश की सभी कृषि उपज मंडियों के चुनाव शीघ्र कराए जाएं, ताकि व्यापारियों की मनमानी बंद हो, किसानों को खेती के लिए दिन में बिजली दी जाए, रात में ठंड और कीट-पतंगों से परेशानी होती है, यूरिया व अन्य खाद का वितरण सिर्फ सरकारी राशन दुकानों से हो, ताकि कालाबाजारी और लाइनबाजी खत्म हो।
कवि चंद्रभान सिंह लोधी ने बताया कि इस समय मक्का 1200 रुपये क्विंटल से ऊपर नहीं बिक रहा, बिजली दिन-रात दोनों समय काटी जा रही है और इस साल खाद के लिए घंटों-घंटों लाइन लगानी पड़ी। “सरकार अखबारों और कागजों में किसान-हितैषी बनती है, लेकिन धरातल पर आज भी किसान अनाथ है।”
जिला पंचायत सदस्य दृगपाल लोधी ने बताया कि दमोह के सांसद, विधायक, मंत्री धान,मक्का के उचित दाम ना मिलने पर मौन क्यों है। यदि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो दमोह के सभी बीजेपी नेताओं के घरों का घेराव किया जाएगा।
यात्रा समापन पर किसानों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि यदि जल्द मांगें पूरी नहीं हुईं तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान पुलिस बल मौजूद रहा, लेकिन पूरा प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा। किसान अब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के सकारात्मक जवाब और आदेश का इंतजार कर रहे हैं।
यात्रा में प्रमुख रूप से कवि चंद्रभान सिंह लोधी, जिला पंचायत सदस्य दृगपाल सिंह लोधी, किसान पुत्र दुर्गेश सिंह, एडवोकेट नरेंद्र प्रताप सिंह, राजा अरविंद सिंह, ओबीसी महासभा जिला अध्यक्ष रवि सिंह, राजा खान, मुकेश सिंह, नीलेश सिंह, पूरन सिंह, लोकेश सिंह, द्वारका सिंह, निरपत सिंह, नरेश सिंह, मानसिंह यादव, युवा कवि अनुज अंगार, रोहित सिंह, वीर पटेल, राहुल सिंह, पुष्पेंद्र लोधी, अभिमन्यु सिंह, जगत करौंदी सहित सैकड़ों किसान शामिल रहे।


